Part-3: Youth Education and Health: शिक्षा/ कौशल प्रशिक्षण प्रणाली का नवीनीकरण एवं उचित मार्गदर्शन:
इस परिपेक्ष्य में मेरा यह मानना है कि 15-19 आयु वर्ग बहुत संवेदनशील वर्ग है, व इस आयु वर्ग के युवाओं को उचित प्रशिक्षण एवं शिक्षा के प्रति मार्गदर्शित करना अत्यंत आवश्यक है! जिससे अकुशल युवा श्रमिक वर्ग की दर कम हो सके और उनका शोषण रुके! इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु अकादमिक शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के साथ साथ पंचायती राज संस्थान एवं शहरी इकाइयों के परस्पर संगठित होकर कार्य करने की आवश्यकता है!
नीतिय स्तर पर यह बहुत आवश्यक है कि शिक्षा और प्रशिक्षण प्रणाली का आज के दौर के हिसाब से आंकलन किया जाए और आवश्यकतानुसार उसमें परिवर्तन की किया जाए जिससे युवा वर्ग आज के इस दौर के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सके! हालांकि, यह एक बहुत बड़ी बात है परंतु आज के तेजी से विकसित हो रहे प्रौद्योगिकीय और कठिन प्रतियोगिक युग में नितांत आवश्यक है!
Part-3: Youth Education and Health
युवा स्वास्थ्य:
एक अन्य पहलू है युवा वर्ग का जिस पर ध्यान केंद्रित करने की बहुत आवश्यकता है और वह है उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने हेतु प्रयास!! स्वास्थ्य की बात करें तो केवल शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रुप से भी प्रदेश के युवाओं को सबल बनाने की आवश्यकता है!
किशोरावस्था के दौरान युवाओं में हो रहे शारीरिक व मानसिक परिवर्तनों को पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है! इसके साथ ही युवाओं में नशे के दुष्प्रभावों और यौन संबंधी रोगों के बारे में और भी विस्तारपूर्वक जानकारी आबंटित करने की बहुत आवश्यकता है! इस परिपेक्ष्य में विशेष रूप से बात करना चाहूँगा किशोरियों के बारे में, जो अपने शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों को किसी के साथ भी सांझा करने में असहज महसूस करती हैं और यह असहजता कहीं न कहीं उनकी दिनचर्या का एक भाग बन जाता है, जिससे उनके आत्म-विश्वास और सामाजिक-मानसिक विकास पर बहुत ऋणात्मक प्रभाव पड़ता है! अभी भी इस क्षेत्र में नीतिय और जमीनी स्तर पर कार्य करने की बहुत आवश्यकता है!
Part-3: Youth Education and Health
नशा-प्रवृति व चरमपंथ:
युवाओं में बढ़ रही नशाखोरी, सामाजिक संस्कारों में कमी, व राजनीतिक-धार्मिक-सामाजिक चरमपंथ की तरफ झुकाव का भी निवारण करने की आवश्यकता है और जो केवल बेहतर शिक्षा एवं रोजगार संभावनाओं से की हल हो सकता है!
Part-3: Youth Education and Health
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बिल्कुल सही आज की शिक्षा में व्यवसायिक बिषयों को जोड़ा तो गया है लेकिन उचित आंकलन भी होना चाहिए ।युवा वर्ग मार्गदर्शन के विना सिर्फ कौशल भत्ते के लिये किसी भी प्रशिक्षण संस्था में समय बर्बाद कर लेता है या क्षमताओं को बढ़ा नहीं पाता जिससे बहां भी शोषण का शिकार होता है ओर आगे भी।राजनीतिक, सामाजिक या धार्मिक कोई भी झुकाव हो पर नशाखोरी संस्कारों में कमी शोषण से ही आती है हानि तो उसकी ही होगी ।
Very True Sammu Sai Ji.